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आकाशवाणी लघुनाटिका
‘‘कहो जी कैसी रही’’
यह हास्य-झलकी चंदा दे देकर परेशान समाज बंधुओं द्वारा बाहर से चंदा लेने आये समाजसेवियों को बिना चंदा दिये वापस भेजने पर आधारित है। इसके लिये उन्हें एक ब्यूह रचना रचनी पड़ती है, जिससे उन्हें चंदा भी न देना पड़े और उन्हें पता भी न चले। वे उन समाजसेवियों को नाराज भी नहीं करना चाहते थे, क्योंकि उनसे उन्हें आये दिन काम पड़ता रहता था।
इस झलकी का प्रसारण आकाशवाणी के भोपाल केन्द्र से दिनांक 26 नवबंबर, 2010 को किया गया था। प्रस्तुतकर्ता थे श्री जगदीश अधिकारी।
आकाशवाणी लघुनाटिका
‘‘कहो जी कैसी रही’’
यह हास्य-झलकी चंदा दे देकर परेशान समाज बंधुओं द्वारा बाहर से चंदा लेने आये समाजसेवियों को बिना चंदा दिये वापस भेजने पर आधारित है। इसके लिये उन्हें एक ब्यूह रचना रचनी पड़ती है, जिससे उन्हें चंदा भी न देना पड़े और उन्हें पता भी न चले। वे उन समाजसेवियों को नाराज भी नहीं करना चाहते थे, क्योंकि उनसे उन्हें आये दिन काम पड़ता रहता था।
इस झलकी का प्रसारण आकाशवाणी के भोपाल केन्द्र से दिनांक 26 नवबंबर, 2010 को किया गया था। प्रस्तुतकर्ता थे श्री जगदीश अधिकारी।
इस झलकी का प्रसारण आकाशवाणी के भोपाल केन्द्र से दिनांक 26 नवबंबर, 2010 को किया गया था। प्रस्तुतकर्ता थे श्री जगदीश अधिकारी।
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