अपने संग्रह से .........
आकाशवाणी के खण्डवा केन्द्र से ‘‘नवपल्लव’’ कार्यक्रम के तहत प्रसारित नर्मदानगर, पुनासा की ‘‘चेतना सांस्कृतिक संस्था’’ का मिला-जुला कार्यक्रम
नौकरी में जगह-जगह स्थानांतरण होने के कारण कई साहित्यकारों एवं कलाकारों से मुलाकात होती रहती थी। वर्ष 1989 में नर्मदा सागर परियोजना के संभाग में नर्मदानगर स्थानांतर हुआ। परियोजना स्थल पर कई विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों से मुलाकात होती रहती थी।
तभी भारतीय स्टेट बैंक में कार्यरत श्री गिरीश शाह जी से मुलाकात हुई। विदित हुआ कि यहाँ पर वे और उनके कुछ साथी ‘‘चेतना सांस्कृतिक संस्था’’ चलाते हैं। उनके सभी कलाकारों से भेंट हुई और उनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर मैंने एक कार्यक्रम की स्क्रिप्ट तैयार कराई। स्क्रिप्ट आकाशवाणी केन्द्र खण्डवा भेजी गई। और आकाशवाणी की टीम ने नर्मदानगर आकर ये कार्यक्रम रिकार्ड किया।
इस मिलेजुले कार्यक्रम में परिचर्चा, गजल, निमाड़ी लोकगीत एवं कविगोष्ठी सब कुछ है। कार्यक्रम का संचालन श्री गिरीश शाह ने किया था और कविगोष्ठी का संचालन मैंने।
इस कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी के खण्डवा केन्द्र द्वारा दिनांक 6 अप्रैल, 1991 को किया गया। अपने संग्रह से इस कार्यक्रम की रिकार्डिंग आपके समक्ष प्रस्तुत है।
-दुर्गेश गुप्त ‘राज’
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें