आकाशवाणी के ग्वालियर केन्द्र से प्रसारित काव्य-पाठ
आज मैं अपने संग्रह से 35 वर्ष पहले 02 जुलाई, 1985 को आकाशवाणी के ग्वालियर केन्द्र से ‘युववाणी’ कार्यक्रम के तहत प्रसारित काव्य-पाठ साझा कर रहा हूँ। यह काव्य-पाठ आकाशवाणी केन्द्र द्वारा अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘युववाणी’ में प्रसारित किया गया था।
पुरानी रिकार्डिंग होने से आवाज में थोड़ी अस्पष्टता होना स्वाभाविक है।
-दुर्गेश गुप्त ‘राज’यूट्यूब कहानियां कविताएं पत्रिका साहित्यकुंज कहीं कुछ नहीं काँपता
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