गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

आकाशवाणी नाटक ‘परिवर्तन’ लेखक : दुर्गेश गुप्त ‘राज’ RADIO PLAY : PARIV...



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आकाशवाणी नाटक 
‘‘परिवर्तन’’


यह नाटक एक ऐसी माँ की कहानी है, जो पति की मृत्यु के उपरांत सिलाई कर अपने बेटे को पढ़ा-लिखा कर बड़ा अफसर बनाती है। उसकी पढ़ी-लिखी पत्नी भी पति से जिद्द कर नौकरी करने लगती है। पत्नी का आफिस में इस बात को लेकर मजाक उड़ाया जाता है कि बेटे-बहू के नौकरी के बाद भी मां को सिलाई का काम करना पड़ रहा है। पत्नी के कहने पर वह माँ से सिलाई का काम बंद करने को कहता है। इस बात को लेकर माँ-बेटे में बहस हो जाती है। इसी बहस के बीच कहानी आगे बढ़ती है और अंत में सुखद अंत के साथ नाटक समाप्त होता है।

यह नाटक दिनांक 20 अगस्त,2002 को आकाशवाणी के भोपाल केन्द्र से प्रसारित किया गया था।  प्रस्तुतकर्ता थे श्री अजीमुद्दीन।

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